काव्यशास्त्र के नये आयाम- New Dimensions of Poetics
New Dimensions of Poetics
Kavyashastra-काव्यशास्त्र वह शास्त्र है जो काव्य और साहित्य के दर्शन और विज्ञान को समझाता है। यह काव्यकृतियों के विश्लेषण के आधार पर समय-समय पर उद्भावित सिद्धान्तों की ज्ञानराशि है। काव्यशास्त्र के पुराने नाम में ‘साहित्यशास्त्र’ और ‘अलंकारशास्त्र’ शामिल हैं, और साहित्य के व्यापक रचनात्मक वाङ्मय को समेटने पर इसे ‘समीक्षाशास्त्र’ भी कहा जाता है।
भारतीय काव्यशास्त्र में काव्य के प्रयोजन की चर्चा भी महत्वपूर्ण है। काव्य प्रयोजन का अर्थ है काव्य रचना से प्राप्त फल, जैसे कि धन, यश, आनंद आदि123.
इस नए आयाम के अंतर्गत, काव्य में प्रयोगशीलता का महत्व बढ़ गया है। यह नये-नये कथ्य, बिंब, प्रतीक, छंद, लय, और भाषिक प्रयोग के माध्यम से काव्य को नवीनतम और रोचक बनाता है4.